लिलहारी तुमकौं नमन, सुनियो टेर मुरार। तुम बिन कौन उबारि है, जगन्नाथ करतार। लिलहारी तुमकौं नमन, सुनियो टेर मुरार। तुम बिन कौन उबारि है, जगन्नाथ करतार।
पुत्रों के लिए जैसे मैं रोती वैसे रोयेगी इसकी माँ भी ! पुत्रों के लिए जैसे मैं रोती वैसे रोयेगी इसकी माँ भी !
हे कन्हैया तू कहलाता है माखन चोर खीेंच लेता है तू सभी को अपनी ओर। हे कन्हैया तू कहलाता है माखन चोर खीेंच लेता है तू सभी को अपनी ओर।